पानी पीने की दुआ: इस्लाम एक ऐसा मज़हब है जिसने अपने मान्ने वालों को हर चीज़ के आदाब बताये जो इंसान की भलाई और फ़ायदे के लिए ही है। इस पोस्ट में आप लोगों को हम Pani Peene Ki Dua बताएंगे और साथ ही पानी पीने का सुन्नत तरीक़ा किया है वो भी बताएंगे। पानी एक ऐसी चीज़ है जिस की सब को ज़रूरत रहती है और बार बार इस की ज़रूरत पड़ती है।
इस्लाम ने खाने पीने के आदाब के साथ साथ पानी पीने से पहेली की दुआ भी बतलाई है जिस पर हम अमल करेंगे तो हमें उसका सवाब मिलेगा। हदीस शरीफ़ में नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया पानी पीने से पहले बिस्मिल्लाह पढ़े, पानी तीन सांस में पिये, पानी बैठकर पिये, पानी पीते वक़्त सांस बर्तन में न ले और इसी तरह कई सारे आदाब और सुन्नतें हमें शरीअत में बताई गई है।
ये भी पढ़े Sone Ki Dua in Hindi
Pani Peene Ki Dua in Arabic | पानी पीने की दुआ
بسم الله
पानी पीने की दुआ हिंदी में | Pani Peene Ki Dua in Hindi
बिस्मिल्लाह
Roman English Me Pani Peene Ki Dua
Bismillah
Jo Pani Pilaye Uske Liye Dua
अल्लाहुम्म अत-इम मन अत अ-म-नी व असक़ि मन अस कानि
(मुस्लिम 2055)
ये भी पढ़े So Kar Uthne Ki Dua
पानी पीने की सुन्नतें
1. पानी पीने से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ना
(तीब्रानी)
2. दाएं हाथ से पानी पिया जाए
(मुस्लिम 2020)
3. पानी तीन सांसों में पिया जाए
(बुख़ारी 5631)
4. जब पानी पिये तो बर्तन में सांस न ले
(बुख़ारी 5630)
5. बैठ कर पानी पीना चाहिए
(मुस्लिम 2026)
6. अल्लाह तआला ऐसे शख़्स से राज़ी होता है जो खाने या पिने के बाद अल्लाह की हम्द बयान करता है
(मुस्लिम 2734)
7. सोने और चांदी के बर्तन में पानी न पिया जाए
(बुख़ारी 5633)
8. अगर पानी में तिनका होतो उसे फूंक मर कर नहीं निकाले बल्कि बर्तन टेढ़ा करके उसे निकाले
(तिर्मिज़ी 1887)
ये भी पढ़े: Surah Ikhlas in Hindi
पानी पिलाने के आदाब
पानी पिलाना बड़ा अच्छा काम है और पानी पिलाने का बहुत सवाब है हदीस शरीफ़ में है के एक आदमी ने पियासे कुत्ते को पानी पिलाया था उस वजा से अल्लाह रब्बुल आलमीन ने उस को मुआफ़ करदिया।
(बुख़ारी 2363)
- पहले दाएं तरफ़ वाले को पानी पिलाएं
(बुख़ारी 5619) - पानी का बर्तन दाएं हाथ से दिया जाए और दाएं हाथ से ही पकड़ा जाए
(मुस्लिम 2020) - जो पानी पिलारहा है वो सब से आखिऱ में पानी पिएं
(मुस्लिम 281) - जो पानी पीला रहा है उस को ये दुआ दी जाए “अल्लाहुम्म अत-इम मन अत अ-म-नी व असक़ि मन अस कानि”
(मुस्लिम 2055)
पाक पानी पिने के लिये
1- और हमने आसमान से पाक पानी नाज़िल फ़रमाया (अल फ़ुरक़ान 48)
2- बरफ़ और ओलों का पानी: नबी सलल्ललाहु अलैहि व सल्लम ने एक सहाबी के जनाज़े पर दुआ फ़रमाई ए अल्लाह और इसे पानी, बरफ़ और ओलों से धो डाल (सही मुस्लिम 963)
3- समुंदरों और दर्याओं का पानी: समुन्दर का पानी पाक है और उसका मुर्दार (मछली) हलाल है (अबू दावूद 83)
4- कुंवें का पानी: अल्लाह ने क़ुरआन करीम में फ़रमाया: फिर जब मूसा अलैहिस्सलाम मद-यन के कुंवें पर पहुंचे तो देखा के बहुत से लोग (अपने जानवरों को) पानी पीला ररहे हैं। (अल क़सस 23)
5- आबे ज़म ज़म: नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने आबे ज़म ज़म का डोल मंगवाया, उससे पिया और वज़ू किया (मुसनद अहमद)
6- झरने का पानी: अल्लाह ने फ़रमाया जब मूसा अलैहिस्सलाम ने अपनी क़ौम के लिए पानी की दुआ की तो हम ने कहा के अपनी लाठी पत्थर पर मारो तो फिर उस पत्थर से बारा झरने निकल पड़े और हर क़ाबिले ने अपना अपना घाट जान लिया (अल बक़रह 60)
वो पानी जो ना पाक है
1) वो पानी जो निजासत की वजा से रंग, गंध और स्वाद बदल गया है
2) कुत्ते का झूटा पानी: नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया अगर कुत्ता किसी बर्तन में पानी (आदि) पीले तो बर्तन को साथ बार धो डाले और पहली बार मिटटी से मांझे (मुस्लिम 279)
3) इसी तरह वो जानवर जो ना पाक हो उस का झूटा भी ना पाक है जैसे सूअर (इब्ने खुजैमा 102)
Surah in Hindi
Surah Fatiha in Hindi | सूरह फातिहा |
Surah Naas in Hindi | सूरह नास |
Surah Falaq in Hindi | सूरह फ़लक़ |
Surah Yaseen in Hindi | सूरह यासीन |
Surah Yaseen in Roman English | सूरह यासीन इंग्लिश में |